एक कहानी, बस यूं ही (आखरी भाग)
(Continued from here) स्थान- जयपुर, कॉफी शॉप, बैकग्राउंड में गीत किस मोड़ पर जाते हैं, कुछ सुस्त कदम रस्ते,कुछ तेज कदम राहें सुस्ती कदमों की हो तो उन्हें तेज़ किया…Continue Reading →
(Continued from here) स्थान- जयपुर, कॉफी शॉप, बैकग्राउंड में गीत किस मोड़ पर जाते हैं, कुछ सुस्त कदम रस्ते,कुछ तेज कदम राहें सुस्ती कदमों की हो तो उन्हें तेज़ किया…Continue Reading →
(Continued from here) स्थान – उस लड़के का घर माँ की आवाज़ के साथ नींद खुली। आवाज़ नहीं फटकार। फटकार…
(Continued from here) स्थान – जयपुर, उस लड़की का घर, रात का वक्त। चियर्स चियर्स… मस्त पार्टी है यार। कब…
(Continued from here) गुलज़ार के गाने आज भी जब भी सुनता हूँ। तुम्हारा साथ याद आ जाता है। तुम्हारा गुनगुनाता चेहरा। गुनगुनाते लब, चित्रा सिंह की आवाज़ से आवाज़ मिलाती…Continue Reading →
An isspecial cutting chai to mark 10 years of Cutting the Chai specially brewed by the Chaiwali, Varsha Choudhury. A…
Gulzar learnt Bangla because having read the translations, he wanted to read Rabindranath Tagore’s writings in their original form.